Tuesday, September 14, 2010

महिला खेत पाठशाला का चौदहवां सत्र

अंगिरा ने किया मिलीबग को नष्ट
निडाना गावँ में महिला खेत पाठशाला को चलते हुए  आज पूरे तीन महीने हो लिए. हर मंगलवार को राजबाला के खेत में लगती है यह पाठशाला. यह खेत राजबीर मलिक के पिग्ग्री फार्म के साथ लगता है. आज इस पाठशाला की चौदहवीं क्लास है. अब तो इस पाठशाला  की महिला किसान अनुशाशन का डंडा भी घुमाने लगी है. लेट होने पर या अनुपस्थित हो जाने पर कारण पूछने लगती है. राजवन्ती ने बताया कि वह पिछली क्लास में वायरल बुखार होने की वजह से नही आ सकी. राजबाला ने बताया कि उसके छोरे विनोद का हर्निया का आपरेशन हुआ है. आज भी सीधी हस्पताल से ही आ रही हूँ. सुंदर नन्ही भी बीमार होने की वजह से पिछले सत्र में उपस्थित नहीं हो सकी थी. बिमला पंडित के पिता जी का देहांत हो गया. दाग पर जाने के कारण यहाँ नहीं आ सकी थी. इससे एक बात तो साफ है कि घरबार-खेतक्यार के कामों के साथ-साथ अब सामाजिक सरोकारों में भी महिलाओं की भागेदारी व जिम्मेदारी लगातार तेज़ी से बढ़ रही है.शायद इसीलिए बेहतर कीट प्रबंधन के लिए समग्र दृष्टि की आवश्यकता को महसूस करते हुए निडाना गावँ की ये महिला किसान स्थानीय कीटों के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाने में जुटी हुई हैं. हर मंगलवार को  कीटों की सही पहचान, इनका देसी नामकरण, इनके क्रियाकलाप, इनका जीवन-चक्र एवं इनके शत्रु आदि के बारे में ग्रुप डिस्कसन व प्रशिक्षकों की मदद से जानकारी में इजाफा किया जाता है.अपनी कपास की फसल में चोबने से लेकर अब तक राजवंती, बिमला, बीरमती, नन्ही, सुंदर, रानी, राजबाला, सरोज, संतरा, अनीता, गीता व सुदेश को कीट नियंत्रण के लिए कीटनाशकों के एक छिडकाव की भी जरूरत नही पड़ी. इसका मतलब यह नही कि इनकी फसल में हानिकारक कीट आये ही नही. तेला भी आया, सफेद मक्खी भी आई, चुर्डा भी आया, माईट भी आई व मिलीबग भी आया. पर ये कीट इनके खेतों में नुकशान की आर्थिक दहलीज को पार नही कर पाए. मिलीबग के पैर तो क्राईसोपा के बच्चों, लपरो के प्रौढ़, हाफलों के गर्ब फंगिरा, जंगिरा व्  अंगिरा ने ही नहीं लगने दिए.कहीं लुका-छिपा बच भी गया तो ताप-आब की मेहरबानी के चलते सफ़ेद, काली व् गुलाबी रंग के फ़फुन्दीय रोगाणुओं ने इस का सफाया कर डाला.  सफेद-मक्खी को एनकार्सिया,  बिन्दुवा चुर्ड़ा, एंथु बुग्ड़ा व् कराईसोपा ने नहीं जमने दिया.  तेले को एंथु बुग्ड़ा, कराईसोपा व् मकड़ियों ने काबू में रक्खा. माईट व् चुरड़े का खसम छ: बिंदुवा चुरडा बना रहा. इन महिलाओं ने चुरड़े का खून पीते हुए दस्यु बुगड़े को भी देखा है.

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रनबीर- लेडी बीटल का गर्ब दिखाते हुए



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