आज इस महिला खेत पाठशाला का बीसवां स्तर है। महिलाएं पाठशाला में पहुँचते ही आमतौर पर कपास के खेत में कीट निहारने और पहचानने के काम में मशगुल हो जाती हैं। आज भी जब भास्कर की टीम श्री सुशील भार्गव के नेतृत्व में यहाँ खेतों में भास्कर खेत दिवस मनाने के लिए पहुंची तो यहाँ की महिलाएं एक दुसरे को कीटों की जानकारी दे रही थी। अंग्रेजो किसी महिला को रेड काटन बग दिखा रही थी। उसने श्री सुशील भार्गव को भी यह बग दिखाया। देखते-देखते ही कपास के इस खेत में 75 से ज्यादा महिला एवं पुरुष किसान इक्कठे हो गये. निडाना के अलावा निडानी से, भैरों खेड़ा से, ललित खेड़ा से, चाबरी से, पढ़ाना से, शामलो कलां से, रुपगढ़ से व् राजपुरा से भी किसान इस खेत दिवस में भाग लेने पहुंचे। कृषि विभाग की तरफ से विषय विशेषग डा.राजपाल सूरा व् डा.रणधीर सांगवान भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने समय पर ही पधार गये। जिला जींद की प्रगतिशील किसान क्लब के प्रधान श्री कली राम भी प्रोग्राम शुरू होने से पहले ही आ पधारे। आज संयोगवस करवा चौथ का त्यौहार भी है। इस दिन महिला अपने पति की लम्बी उम्र की कामना के लिए व्रत रखती हैं। पर आज महिलाओं ने जहर मुक्त खेती के लिए मांसाहारी कीड़ों की महती भूमिका को मध्य नजर रखते हुए कीट पूजन भी किया। इसके बाद आज के भास्कर खेत दिवस की विधिवत शुरुवात हुई। इसकी प्रधानता मीनी मालिक ने व् मंच संचालन डा.कमल सैनी ने किया। डा.राजपाल सूरा ने विस्तार से रबी सीजन में फसलों की खेती बारे प्रभावकारी बिन्दुवों/नुक्तों की जानकारी किसानों को दी। डा.कमल सैनी ने गेहूं में बीज उपचार की जानकारी देते हुए वास्तविक रूप में किसानों के सामने इसे करके भी दिखाया। इसी दौरान करनाल से कृषि विभाग की चलयान मिटटी जांच प्रयोगशाला भी यहाँ मौके पर मिटटी जांचने के लिए आ पहुंची। कार्यक्रम के बीच में ही डा.सुरेन्द्र दलाल ने उपस्तिथ किसानों से कार्यक्रम के बाद अपने-अपने खेतों से जांच के लिए मिटटी के नमूने लेन की अपील की तथा कप्तान ने मौके पर ही मिटटी के सही ढंग से नमूने लेने का प्रायोगिक प्रदर्शन किया। इसके बाद जिला जींद की प्रगतिशील किसान क्लब के प्रधान श्री कली राम ने भी किसानों को संबोधित किया व् बागवानी के बारे में अपने निजी अनुभव किसानों के साथ साझा किये। निडाना गावं की तरफ से महिला खेत पाठशाला की सदस्यों ने दैनिक भास्कर के पत्रकारों सर्वश्री सुशील भार्गव, जितेन्द्र बुरा व् विकास को स्मृति चिन्ह सप्रेम भेंट किये। इसी समय आज के कार्यक्रम में पधारे सभी मेहमानों को ललित खेड़ा के किसान रमेश मलिक द्वारा लाई गयी विषमुक्त कच्चरियाँ भी भेंट की गयी। अंत में मिनी मलिक ने महिला खेत पाठशाला की गतिविधियों व् उपलब्धियों पर पूरा प्रकाश डालते हुए इस प्रोग्राम में भाग लेने वालों का धन्यवाद करते हुए कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा की। इसी समय उपस्तिथ सभी लोगों को कीट प्रसादा भी खिलाया गया।
जब तक मेहमान चाय-पानी पीते, किसानों द्वारा जांच के लिए मिटटी के ९८ नमूने जमाँ करवाए जा चुके थे।
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